Budget 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने बताया कि सरकार का ध्यान किन सेक्टर्स पर ज्यादा होगा
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) 1 फरवरी को 2024 को कारोबारी साल 2025 का अंतरिम बजट (Budget 2024) पेश करने वाली है. उन्होंने कहा कि केंद्र ने अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए एग्रीकल्चर और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर पर फोकस करने की योजना बनाई है.
ये हैं सरकार की शीर्ष प्राथमिकताएं
उन्होंने दिल्ली के हिंदू कॉलेज की 125वीं वर्षगांठ के अवसर पर छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि देश के एग्रीकल्चरल इकोसिस्टम के साथ-साथ रिन्यूएबल एनर्जी, सेमीकंडक्टर, मटेरियल साइंस, स्पेस और अर्थ साइंस जैसे उभरती इंडस्ट्रीज में मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देना सरकार की शीर्ष प्राथमिकताओं में शामिल है.
तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है भारत
उन्होंने कहा कि इन सेक्टर्स को ज्यादा प्राथमिकता दी जा रही है, और यह सिर्फ बजट तक ही सीमित नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम रिसर्च एंड डेवलपमेंट में सुधार करने के लिए टॉप एक्सपर्ट को सलाहकार के रूप में इन सेक्टर्स में लाने पर भी विचार कर रहे हैं. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के मुताबिक, भारत फिलहाल सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है, जबकि अन्य वैश्विक अर्थव्यवस्थाएं सुस्त विकास का सामना कर रही हैं.
वित्त मंत्री ने भारत के खाद्य निर्यात और कृषि उत्पादों में अंतराष्ट्रीय रुचि का हवाला देते हुए कहा कि कृषि में अपार संभावनाएं हैं. पिछले महीने राज्यसभा में उन्होंने मैन्युफैक्चरिंग से अर्थव्यवस्था को मिली मजबूती के लिए सरकार की प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्कीम और मेक-इन-इंडिया जैसी पॉलिसीज को श्रेय दिया था. HSBC फ्लैश इंडिया मैन्युफैक्चरिंग PMI आउटपुट इंडेक्स जनवरी में बढ़कर 60.5 पर पहुंच गया, जो दिसंबर में 57.4 पर था.
हालांकि, कुछ चुनौतियां अभी भी बनी हुई हैं, जिनमें वैश्विक विकास में गिरावट के चलते भारतीय निर्यात में मंदी भी शामिल है. उन्होंने पश्चिमी अर्थव्यवस्थाओं में उच्च ब्याज दरों और यूक्रेन और पश्चिम एशिया में जियो-पॉलिटिकल तनाव से होने वाले प्रभावों की ओर इशारा किया, जिससे तेल की कीमतें और महंगाई बढ़ने का खतरा