Hyundai मोटर और Kia ने टेस्ट के बाद दावा किया कि AAS टेक्नोलॉजी ने Genesis GV60 में ड्रैग कॉफिशिएंट को 0.008 तक कम कर दिया , जिससे ड्रैग में 2.8 फीसदी का सुधार हुआ और लगभग 6 किमी की एडिशनल रेंज मिली
ऑटो सेक्टर में इलेक्ट्रिक वाहनों के बढ़ते कॉम्पटीशन को देखते हुए कंपनियां उनकी रेंज को बढ़ाने पर खास फोकस कर रही हैं. हुंडई मोटर कंपनी और Kia कॉर्पोरेशन ने ‘एक्टिव एयर स्कर्ट (Active Air Skirt – AAS) नाम की एक तकनीक पेश की है, जिसका मकसद हाई-स्पीड ड्राइविंग के दौरान एयरोडायनेमिक रेजिस्टेंस को कम करना है, जिससे इलेक्ट्रिक व्हीकल की ड्राइविंग रेंज और स्टेबिलिटी बढ़ेगी
AAS तकनीक बम्पर के निचले हिस्से से जाने वाले एयर फ्लो को मैनेज करती है और हाई-स्पीड ड्राइविंग के दौरान टायरों के आसपास पैदा होने वाले टर्बुलेंस को कंट्रोल करती है. हुंडई का कहना है कि ऑटो सेक्टर में इलेक्ट्रिक व्हीकल में बढ़ते कॉम्पटीशन को देखते हुए ज्यादा ड्राइविंग रेंज प्रोवाइड करना हमारी प्राथमिकता बन गई है और Aerodynamics में इनोवेशन इसमें खास भूमिका निभाते हैं.
ज्यादा की स्पीड पर एक्टिव
कंपनी ने कहा कि Aerodynamics परफॉर्मेंस न केवल पावर एफिशिएंसी को प्रभावित करती है बल्कि ड्राइविंग स्टैबिलिटी पर भी असर डालती है. एक्टिव एयर स्कर्ट (AAS) सिस्टम को सामने वाले बम्पर और पहियों के बीच लगाया जाएगा. यह 80 किमी प्रति घंटे से ज्यादा की स्पीड पर एक्टिव होता है जब एयरोडायनेमिक रेजिस्टेंस रोलिंग रेजिस्टेंस से ज्यादा हो जाता है.
कंपनी का कहना है कि यह तकनीक 200 किमी प्रति घंटे से ज्यादा की स्पीड पर भी काम कर सकती है. क्योंकि निचले हिस्से में रबर मैटेरियल का इस्तेमाल किया गया है जो कि ज्यादा स्पीड के दौरान किसी भी तरह के एक्सटर्नल ऑब्जेक्ट के टकराने से होने वाली खतरे को कम करता है.
कार की रेंज में इजाफा
Hyundai मोटर और Kia ने टेस्ट के बाद दावा किया कि AAS टेक्नोलॉजी ने Genesis GV60 में ड्रैग कॉफिशिएंट को 0.008 तक कम कर दिया , जिससे ड्रैग में 2.8 फीसदी का सुधार हुआ और लगभग 6 किमी की एडिशनल रेंज मिली.
दोनों कंपनियों ने दक्षिण कोरिया और अमेरिका में इस टेक्नोलॉजी का पेटेंट फाइल किया है और अब बड़े पैमाने पर इसके प्रोडक्शन के बारे में सोच रही है. हुंडई मोटर ग्रुप के वाइस प्रेसिडेंट और मोबिलिटी बॉडी डेवलपमेंट ग्रुप के हेड सन ह्युंग चो ने कहा कि कंपनी एयरोडायनेमिक में सुधार के जरिए इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की ड्राइविंग परफॉर्मेंस और स्टेबिलिटी इम्प्रूवमेंट पर फोकस करना आगे भी जारी रखेगी.